— कि — मंदिर, मसजिद नहीं, बल्कि शांदार डिस्को या फिर उस जगह आलिशान गार्डन होना चाहिये ताकि सभी धर्म के लोग यहां आकर आनंद लें। ये ख़ुदा का फ़र्मान नहीं बल्की अदालत से बिनती है। जारी

बाक़ी फिर कभी

[ ये ख़ुदा है - 86]

10
Jun

आप हमको भूल गए?

   Posted by: शुऐब   in खुदा से मिलो