Thursday 6 January 2011

नए वर्ष पर होमिओपैथी की सौगात -सतीश सक्सेना

एक साल बाद, ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट देख, मन झूम उठा ! मेरी बेटी का निष्क्रिय  थायरोइड ग्लैंड , अब बिलकुल स्वस्थ है ! ....लगभग दो साल पहले , एलोपैथिक दवाएं बंद कर,अपनी बच्ची का इलाज़, खुद करने का निर्णय लिया था और इस जटिल बीमारी और मेरे आत्मविश्वास की जंग में , अंततः होमियोपैथी  के साथ साथ मेरे होमिओपैथी अध्ययन की विजय हुई  !
रिजल्ट निम्न थे ....
6-1-09  - TSH  -  46.96  ( 0.35-5.50 )
23-9-09  TSH -   21.57   
13-12-09 -TSH - 7.05  
2-2-10    - TSH  - 6.29 
1-1-11    - TSH  - 3.83 ( normal )


शायद यह मेरे पूरे जीवन में, खुद के आत्मविश्वास के साथ ,सबसे बड़ी लड़ाई थी  जिसमें मेरे विश्वास की जीत हुई ! और साथ ही होमिओपैथी के प्रति मेरा यह विश्वास और बढ़ा है कि यह मानवता के प्रति वरदान है !

57 comments:

ajit gupta said...

बधाई आपको।

शिवम् मिश्रा said...

बहुत बहुत बधाइयाँ ... यह सच में एक बहुत बड़ी जीत है !

दीपक बाबा said...

थायरोइड से मुक्ति........
बधाई हो.

Mukesh Kumar Sinha said...

kya satish sir! aapne sirf wah wahi lut li....:)

nuskha bhi to batao......aapke bahu ko bhi thioryd hai,.....lekin ham allopathic ilaj le rahe hain.

सुज्ञ said...

सर्वप्रथम तो बिटिया के स्वास्थ्य लाभ के लिये बधाई!!
और शुभकामनाएं बिटिया अब उस असाध्य समस्या से मुक्त रहे।

इस होमियोपेथी के सटीक परिणाम हम सब के साथ शेयर करने का आभार!!
इस तरह इधर उधर भटकते मायूसों को आसरा मिल सकता है।

संजय भास्कर said...

बहुत बहुत बधाइयाँ ... यह सच में एक बहुत बड़ी जीत है !

सम्वेदना के स्वर said...

बिटिया को थाइराइड से निजात मिलने पर बधाई।

कृप्या नुस्खा भी बतायें, इस बीमारी से ग्रसित कई लोग हमारी जानकारी में भी हैं,जो अर्से से एलोपथिक दवाई (एल्ट्रोक्सिन)ले रहें हैं।

सुशील बाकलीवाल said...

होमियोपेथिक उपचार से थायराईड रोग से बिटिया को पूरी तरह से मुक्ति मिल जाना वाकई चमत्कार माना जा सकता है ।
मुझे अपनी पत्नि को इस रोग से बचाने के लिये एलोपेथिक उपचार व आपरेशन की शरण में ही जाना पडा था ।
बिटिया के पूर्णतः रोगमुक्त होने पर बधाई...

deepak saini said...

बधाई
बिटिया के स्वास्थ्य लाभ के लिये !!

दिनेशराय द्विवेदी Dineshrai Dwivedi said...

सतीश भाई,
अब तो यह भी सिद्ध होने को है कि होमियोपैथी की दवाएँ किस तरह शरीर को प्रभावित करती हैं और रोगमुक्त करती हैं। इस पर अलग से आलेख लिखूंगा।
@सुशील बाकलीवाल जी,
यह चमत्कार नहीं है। दुनिया में जो चीज हमारी जानकारी में नहीं होती और अपनी विधि से हो जाती है उसे ही हम चमत्कार कहते हैं। होमियोपैथी एक वास्तविक चिकित्सा पद्धति है, जो सस्ती भी है, उपयोगी भी और निरापद भी।

इस्मत ज़ैदी said...

बधाई हो बेटी के स्वास्थ्य लाभ के लिये

सतीश सक्सेना said...

@ मुकेश कुमार सिन्हा ,
कृपया पहले इस पोस्ट पर दिए लिंक पढ़ कर होमिओपैथी के बारे में समझ लें ...बिना इसे समझे निदान संभव नहीं है !

@ सुज्ञ ,
आभार आपकी शुभकामनाओं के लिए

@ संवेदना के स्वर (चैतन्य आलोक ),

इसका कोई सार्वभौमिक नुस्खा नहीं होता हर व्यक्तित्व की पहचान के साथ मिलकर दवाएं तलाश करनी पढ़ती हैं ! यह एक बेहद श्रमसाध्य कार्य है जो सामान्यतः डॉ नहीं कर पाते !
इस प्रकार के इलाज़ में, बीमारी का इलाज़ नहीं किया जाता है ...अधिक जानकारी के लिए कृपया दिए लिंक पढ़ें !

राज भाटिय़ा said...

आप को बहुत बधाई जी

anshumala said...

मेरी माँ को १५ साल पहले ये बीमारी हुई थी और वो एक साल एलोपैथिक इलाज के बाद ठीक हो गई उसके बाद उन्हें कोई समस्या नहीं हुई इलाज के बाद कोई भी दवा खाने की जरुरत नहीं पड़ी जबकि अब मैंने सुना है की इस बीमारी में व्यक्ति को जीवन भर दवा खानी पड़ती है | मै नहीं जानती की अब बीमारी और इलाज में क्या फर्क आया है | जहा तक होमिओपैथीकी बात है इसमे काफी धैर्य रखना पड़ता है क्योकि बीमारी को जड़ से हटाने के लिए इलाज लम्बा चलता है |

Kajal Kumar said...

बिटिया के लिए शुभकामनाएं.
निश्चय ही, पद्धति में दोष नहीं बस प्रयोक्ता को ही सही practitioner के पास जाने की आवश्यकता है.

shikha varshney said...

बहुत बधाई आपको .और बिटिया को उज्जवल भविष्य की खूब सारी शुभकामनाये.

वाणी गीत said...

बहुत बधाई ...!

अन्तर सोहिल said...

आपको बधाई
और अच्छा भी लगा
जहां विश्वास होता है जीत वहीं पर होती है
बिटिया (बहन) को शुभकामनायें

प्रणाम

रचना said...

congrats and i hope your daughter lives a beautiful life
regds

cmpershad said...

बधाई ॥ दवाइयों के नाम भी दे देते तो अन्य लोगों को शायद सुविधा हो जाती। वैसे होमियो का एक नियम है- Treat the patient not the disease.

cmpershad said...

बधाई ॥ दवाइयों के नाम भी दे देते तो अन्य लोगों को शायद सुविधा हो जाती। वैसे होमियो का एक नियम है- Treat the patient not the disease.

Gourav Agrawal said...

आदरणीय सतीश जी ,
सच में मन आनंदित हुआ जानकार
बहुत बहुत बधाई आपको ... बहुत बड़ी जीत है
अब मैं ये सारे लेख, जो आपने दिए हैं ध्यान से पढूंगा और इस पद्दति के बारे में जितनी जानकारी हो सकेगी सब तक पहुँचाउंगा , कोई संशय हुआ तो पूछूंगा भी

Gourav Agrawal said...

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
आपको और आपके पूरे परिवार को नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएँ
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

प्रवीण पाण्डेय said...

बड़ी ही प्रसन्नता की बात है, स्वास्थ्य सुदृढ़ रहे। बधाई हो।

सतीश सक्सेना said...

@ अंतर सोहिल ,
तुम्हारी प्यार भरी शुभकामनायें अच्छी लगीं... !

@ रचना ,
शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद रचना !

@ गौरव अग्रवाल,
मुझे यह जानकार अच्छा लगा अगर तुम्हारे जैसा विद्वान् होमिओपैथी में रूचि लेगा बहुतों का भला कर पाओगे ! शुभकामनायें

सतीश सक्सेना said...

@ सी एम् प्रसाद ,
इस केस में मैंने कल्केरिया कार्ब , लायको, थूजा, मेदोरायनम एवं लैकेसिस का उपयोग अधिक किया ....
ध्यान रहे किसी अन्य केस में ऐसे दवाएं नहीं दी जा सकती हर रोगी की दवाएं उसकी प्रकृति के अनुसार ही सेलेक्ट की जायेंगी ! अन्यथा केवल नुकसान ही होगा !

डॉ टी एस दराल said...

सतीश भाई , बिटिया अब ठीक है , यह जानकर प्रसन्नता हुई ।
लेकिन आपने तो हमें असमंजस में डाल दिया ।
थायरायड कोई रोग नहीं है , एक ग्रंथि है (endocrine gland )।
इससे मुक्ति कैसे हो सकती है ।
माफ़ करना यार , डाक्टरी आड़े आ गई ।

POOJA... said...

Aaaha... that's great... congratulations to you and your daughter too...
ये जानकारियाँ मैंने नोट कर लीं हैं, क्योंकि मैं कुछ लोगों को जानती हूँ जिन्हें ये प्रोब्लम है...
thank you so much for information too...

POOJA... said...

एक गुजारिश है, यदि आप वो नुस्खे या इलाज़ भी बता देते तो... वैसे होम्योपैथ तो बता ही दिया suggest करने के लिए...

Satish Chandra Satyarthi said...

अब होमियोपैथी से हो या किसी भी पैथी से अच्छी न्यूज ये है कि छुटकी चंगी हो गयी... :)
आपका विश्वास सफल रहा.. यह सोने पे सुहागा है...

DR. ANWER JAMAL said...

Nice post .

Arvind Mishra said...

थायरायड की अति सक्रियता कम हुयी -होम्योपैथी से ,नोट किया ...बिटिया को शुभाशीष ! अब दिनेश जी का एक्सपर्ट कमेन्ट देखने वहां जाता हूँ !

सतीश सक्सेना said...

@ डॉ दराल,
यहाँ प्रयुक्त शब्द का अर्थ " कम सक्रिय थायोरोइड ग्रंथि " मानिए ! :-)) जो अब ठीक हो चुकी है
आशा है संतुष्ट होंगे अब

Kunwar Kusumesh said...

बिटिया के स्वस्थ होने की बधाई.
शुभकामनायें भी

abhi said...

अंकल आपकी बेटी के बारे में जान कर अच्छा लगा..

वैसे एक बात शेयर करना चाहूँगा...

मेरे दादा जी होमिओपैथी के डॉक्टर भी थी, और साथ ही साथ पोस्टमास्टर भी..
मेरे बड़े पापा को भी होमिओपैथी के बारे में बड़ा ज्ञान है..गाँव में आसपास के लोग आकार उनसे दवा ले जाया करते थे..
मेरे पापा को भी होमिओपैथी के दवाओं के बारे में अच्छी जानकारी है...मेरे परिवार में सभी लोग होमिओपैथी दवाओं का प्रयोग करते हैं...
मुझे खुद दांत में तकलीफ थी, लगा की पैसे खर्च हो जायेंगे बहुत ठीक कराने में...पापा ने दो दवा बताई थी, उन्हें खा रहा हूँ और पिछले आठ महीने से एकदम ठीक हूँ..... :)

होमिओपैथी से बहुत सी जटिल बिमारी ठीक हो चुकी हैं..

देवेन्द्र पाण्डेय said...

वाह! नये वर्ष में पहली खुशी की खबर।
..बहुत बधाई।

उपेन्द्र ' उपेन ' said...

बिटिया के स्वास्थ्य लाभ के लिये बधाई....

शिवम् मिश्रा said...


बेहतरीन पोस्ट लेखन के लिए बधाई !

आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।

आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - पधारें - बूझो तो जाने - ठंड बढ़ी या ग़रीबी - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा

प्रतिभा सक्सेना said...

बिटिया के रोगमुक्त हो जाने पर बधाई !

मो सम कौन ? said...

बधाई हो।
मैंने भी सुना था कि उम्र भर ऐलोपैथिक दवा खानी पड़ती है लेकिन धर्मपत्नी को भी थायरायड में होम्योपैथी से आराम आ गया।
बिटिया को हमेशा निरोग रहने की शुभकामनाये।

पद्म सिंह said...

बिटिया के स्वास्थ्य के लिए बधाई

amit-nivedita said...

ईश्वर में आस्था का प्रतिफ़ल है यह । ईश्वर आपके बेटे को दीर्घायु करें ।

प्रवीण शाह said...

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आदरणीय सतीश सक्सेना जी,

सर्वप्रथम तो बिटिया के रोगमुक्त होने की बधाई!

आपने यह नहीं बताया कि मात्र TSH ही बढ़ा रहता था, T3 व T4 के लेवल क्या रहते थे ? यदि यह लेवल सामान्य थे तो यह Subclinical Thyroidism था जो कुछ मामलों में स्वयं ठीक हो जाता है।

अंशुमाला जी का कमेंट इस मामले में काबिले गौर है।

मेरी स्वयं की बहन को हाइपोथायराइडिज्म पाँच वर्ष पहले उसकी गर्भावस्था के दौरान डिटेक्ट किया गया... तब से लगातार वह एन्डोक्राइनोलोजिस्ट के इलाज में है... कभी उसे दो गोलियाँ लेनी होती हैं कभी आधी गोली से ही काम चल जाता है और कभी कभी बिना दवा के भी वह ठीक रहती है... कहने का मतलब यह है कि इस बीमारी में सब कुछ संभव है... परंतु हर रोगी को प्रत्येक छह माह में T3, T4 व TSH लेवल की जाँच जरूर कराते रहना चाहिये... आपको भी यही राय दूंगा।


...

GirishMukul said...

सतीष भाई
बहुत बधाई
उपयोगी साबित होंगे आप ब्लाग ज़गत के लिये अब और अधिक

जयकृष्ण राय तुषार said...

bhai satish saxenaji bitiya sahit sampurn parivar ke liye mery aseem shubhkamnayen.thanks with regards

महेन्द्र मिश्र said...

होमियोपेथी से काफी असाध्य बीमारियों का निदान संभव है .... मैं स्वयं होमिओपैथी का फैन हूँ ... आभार

सतीश सक्सेना said...

@ प्रवीण शाह,
6 -1-09 T4= 4.50 (5.60-13.70)
13-12-09 T4 = 5.09 ( 5.13 - 14.06)

T4 जब बढ़ा पाया गया, उसकी दिनांक के साथ रिपोर्ट दे रहा हूँ !

कविता रावत said...

इस होमियोपेथी के सटीक परिणाम को आपने हम सबके साथ शेयर किया इसके लिए आपका आभार!!
एलोपैथिक दवाओं का असर तुरंत भले ही हो लेकिन उनके दीर्घकालीन दुष्परिणाम जब सामने आते हैं तो पीड़ित असहाय सा इधर उधर भटकता फिरता है ... सतीश जी! आपके आत्मविश्वास का ही कमाल है की बिटिया स्वस्थ हुई...
आपको नव वर्ष की सपरिवार शुभकामनाएं ....

sanjay jha said...

BACHIYA KE LIYE PARMESHWAR SE MANGALKAMNAYE......

PRANAM

निर्मला कपिला said...

सतीश जी ये तो बहुत खुशी की बात है। मुझे भी आयूर्वेद और होमियों पैथी पर बहुत विश्वास है। क्या जन्म से जिस बच्चे मे ये दोश हो वो सही हो सकता है? उस बच्चे को डाऊन सिन्ड्रोम के साथ जन्म से ही थाईराईड है। अगर हो सकता है तो आपको रिपोर्ट भेजूँ? धन्यवाद।

nivedita said...

बहुत बहुत बधाइयां .....
ये सच आपके विश्वास की जीत है ...
बुटिया को अनन्त शुभकामनायें.....

वीना said...

बहुत-बहुत बधाई...वाकई यह एक बड़ी जीत है....मेरी शुभकामनाएं...

राजेश उत्‍साही said...

बिटिया को रोग से मुक्ति मिल गई यह खुशी की बात है। वह स्‍वस्‍थ्‍य रहे यही कामना है।

Satish Verma said...

Satish ji send the detail of your daughter prescription. I will post this blog http://sewamandir.blogspot.com/

this blog dedicate to homoeopathy.

cpkanojiya@gmail.com

JHAROKHA said...

sarv-pratham bete swasthy labh kitatha nav-varshh ki aapkoe pure parivar ko hardik avam duguni shubh kamnaye.
aapki rachna ne to man moh liya. bahut hi gahrai se hriday ke bhavo ko aapne shabdo ka rup diya hai.
bhala aisi rachna pdh kar aapki preysi aapse dur kaise rah sakti hain ,vo to ulte panv doudi chali aayengi.
bahut bahut badhai---
poonam

cmpershad said...

धन्यवाद सतीश भाई। केल्क आयोड और क्रोटोलस भी लाभकारी पाए गए हैं। जैसा कि मैंने कहा है कान्स्टिट्यूशन के हिसाब से -ट्रीट द पेशन्ट.. :)

ali said...

बिटिया और आपको शुभकामनायें !
मुझे प्रवीण शाह जी का इंतज़ार था पर इस पोस्ट पर उन्होंने काफी सब्र से काम लिया :)