भोपाल। प्रकृति में पाया जाने वाला ई-कोलाई बैक्टीरिया अब पर्यावरण को वायु प्रदूषण से बचाएगा। यह वही बैक्टीरिया है, जो आमतौर पर प्रदूषित भोजन के जरिए मनुष्य की आंत में पहुंचकर फूड पॉइजनिंग का कारण बनता है। शहर के एक छात्र मयंक साहू ने ई-कोलाई बैक्टीरिया के जींस में बदलाव कर उसमें ऐसी क्षमता विकसित करने में कामयाबी हासिल की है, जो उद्योगों की चिमनियों और वाहनों से निकलने वाले धुंए में मौजूद हानिकारक गैसों को अवशोषित (एब्जॉर्ब) कर सकेगा। यह बैक्टीरिया इन तत्वों को अवशोषित कर इन्हें खाद में बदल...
December 20, 02:48 PM