पानी (अंग्रेजी:Water, हिन्दी:जल; रासायनिक सूत्र: H2O) बिना रंग, बिना गंध आ बिना स्वाद के अईसन एगो पदार्थ जौन आमतौर पर पृथ्वी पर नदी, झील, ताल, तालाब, आ समुद्र में तरल रूप में मिलेला, बरखा की रूप में आसमान से बरिसेला आ बर्फ़ की रूप में ठोस अवस्था में पावल जाला, एगो बहुत महत्व वाला पदार्थ हवे। पानी अगर ना रहित त पृथ्वी पर जिन्दगी के शुरुआत न भईल रहित। ज्यादातर जीव सब की कोशिका में कोशिका द्रव्य की रूप में पावल जाला आ जीवन खातिर बहुत जरूरी मानल जाला।
पानी की एगो अणु में ऑक्सीजन के एगो आ हाइड्रोजन के दू गो परमाणु होला। पृथ्वी के लगभग ७१% सतह पानी से तोपाइल बाटे।[१] पृथ्वी पर कुल पानी के ९६.५% पानी समुद्र की रूप में बाटे, १.७% जमीनी पानी १.७% ग्लेशियर आ बर्फीली टोपी की रूप में, आ ख़ाली ०.००१% पानी हवा में भाप, बादर आ बरखा के रूप लेवे वाला बाटे।[२][३] खाली २.५% पानी साफ पानी बाटे, एहू के ९८% बरफ आ पातालीय जल की रूप में बाटे। ०.३% से भी कम साफ पानी के मात्रा नदी, झील आ आकाश में बाटे आ बहुत मामूली मात्रा (०.००३%) में सजीव जीवधारी सब में स्थित बाटे।[२]
आदमी खातिर पानी के बहुत उपयोग बाटे। रोज की जीवन में पिये वाला पानी से ले के खेत में सिंचनी करे खातिर, उद्योग सब में इस्तेमाल खातिर, पानी में जहाज चला के यातायात आ आवागमन खातिर, अइसन बहुत सारा सीधा उपयोग वाली चीज बा सब जेवन मनुष्य की जीवन खातिर जरूरी भ लाभदायक बाटे।
पानी का जीवन खातिर महत्व एही बात से बूझल जा सकत बाटे की बैज्ञानिक लोग कौनों दुसरा ग्रह या आसमानी चीज पर जिनगी के होखला के खोज करे खातिर सभसे पहिले ईहे खोजे के कोसिस करे ला की उहाँ पानी मिलत बाटे की नाहीं।
एही सब इस्तेमाल की चलते पानी एगो महत्व वाला संसाधन हवे। एकर रखरखाव आ मैनेजमेंट कई कारण से बहुत जरूरी बाटे काहें से कि आजकाल प्रदूषण आ कमी की चलते एकर महत्व बहुत बढ़ गइल बाटे।