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धोनी के धुरंधरों ने रचा इतिहास
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कॉमनवेल्थ बैंक सिरीज़
नतीजा- सिरीज़ भारत के नाम भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन में हुए बेहद रोमांचक दूसरे फाइनल मैच में नौ रनों से हरा कर कॉमनवेल्थ बैंक सिरीज़ पर कब्ज़ा कर लिया है. इससे पहले भारत ने सिडनी में खेले गए पहले फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के समक्ष जीत के लिए 259 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम निर्धारित ओवरों में लक्ष्य पूरा नहीं कर सकी और पूरी टीम 249 रनों पर सिमट गई. मैच आखिरी ओवर तक बेहद रोमांचक स्थिति में था. लेकिन भारतीय गेंदबाज़ इरफ़ान पठान ने आखिरी ओवर में मेज़बान टीम के दोनों विकेट झटककर सिरीज़ भारत ने नाम कर दी. भारतीय गेंदबाज़ प्रवीण कुमार को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. प्रवीण ने 46 रन देकर बेहद महत्वपूर्ण चार विकेट लिए थे. ऑस्ट्रेलिआई गेंदबाज़ नेथन ब्रेकन को मैन ऑफ़ द सिरीज़ चुना गया. भारत ऑस्ट्रेलिया में 1985 के बाद अब तक कोई सिरीज़ नहीं जीत सका था लेकिन इस युवा टीम ने 23 साल से चले आ रहे सूखे को ख़त्म कर दिया. जीत की ख़बर मिलते ही बीसीसीआई अध्यक्ष शरद पवार ने खिलाड़ियों को दस करोड़ रूपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषण कर दी. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भारतीय टीम को इस जीत पर बधाई दी है. ऑस्ट्रेलियाई पारी
इससे पहले भारत के 258 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत अच्छी नहीं रही थी. उसके शुरूआती तीन विकेट नौवें ओवर में महज़ 32 रन के स्कोर पर ही गिर गए थे. ये तीनों विकेट प्रवीण कुमार ने लिए थे.
प्रवीण ने सलामी विकेटकीपर-बल्लेबाज़ एडम गिलक्रिस्ट को मैच के पहले ही ओवर में दो रन के निजी स्कोर पर धोनी के हाथों कैच कराया. इसके बाद तीसरे ओवर में प्रवीण ने कप्तान रिकी पॉंटिंग को महज़ एक रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौटा दिया है. उनका कैच युवराज ने लपका. उस वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर आठ रन था. प्रवीण ने मैच के नौवें ओवर में माइकल क्लार्क को 17 रनों के निजी स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया. उस वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 32 रन था. इसके बाद मैथ्यू हेडन ने एंड्रूयू साइमंड्स के साथ मिलकर पारी संभाली और स्कोर सौ के पार पहुंचा दिया. 26 वें ओवर में हेडन 55 रनों के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए. इसके बाद साइमंड्स भी नहीं टिक सके और अगली दो गेंदों के बाद ही उन्हें हरभजन सिंह ने एलबीडब्लू आउट कर दिया. उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 123 रन था. साइमंड्स और हेडन के आउट होने के बाद जेम्स होप्स और माइक हसी ने पारी को संभालने की कोशिश करते हुए महत्वपूर्ण 50 रनों की साझेदारी की लेकिन 42 वें ओवर में हसी के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों पर पानी फिर गया. हसी ने 44 रन बनाए और उन्हें श्रीसंत ने धोनी के दस्तानों में कैच करवाया. इसके बाद बल्लेबाज़ी करने आए ब्रेट ली को प्रवीण कुमार ने सात रनों के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया. इस वक्त मेज़बान टीम का स्कोर सात विकेट पर 228 रन था. 49वें ओवर में श्रीसंत ने मिशेल जॉनसन को धोनी के हाथों कैच करवाया. उस समय ऑस्ट्रेलिया के 238 रनों पर आठ विकेट गिर गए थे. आखिरी ओवर में गेंदबाज़ी की बागडोर इरफ़ान पठान ने संभाली. पठान ने ओवर की दूसरी गेंद पर ब्रेकन को और चौथी गेंद पर होप्स को पीयूष चावला के हाथों कैच करवाया. होप्स ने 63 रन बनाए. भारतीय पारी
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए नौ विकेट पर 258 रन बनाए थे. सचिन ने शानदार 91 रन बनाए जबकि रॉबिन उथप्पा ने 30, युवराज ने 38 और धोनी ने 36 रन बनाए. अन्य खिलाड़ी कोई ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. भारत के लिए रॉबिन उथप्पा और सचिन तेंदुलकर ने पारी की शुरुआत की और दोनो की जोड़ी ने पहली विकेट के लिए शानदार 94 रन बनाए. लेकिन 21वें ओवर में उथप्पा को हॉप्स ने क्लार्क की गेंद पर कैच आउट किया. उन्होंने एक चौका लगाया और 30 रन बनाए. भारत को दूसरा झटका गौतम गंभीर के रूप में लगा जब 15 रनों के निजी स्कोर पर उनका कैच क्लार्क की ही गेंद पर जॉनसन ने लपका. तब भारत का स्कोर था 121 रन. युवराज ने मैदान में आते ही छक्का लगाया और कुल 38 रन बनाए. अच्छी पारी खेलते हुए युवराज सिंह साइमंड्स की गेंद पर हेडन को कैच थमा बैठे. इस तरह भारत का तीसरा विकेट 35वें ओवर में गिरा जब टीम का स्कोर था 175 रन. भारत की पारी की बेहतरीन शुरुआत करने वाले सचिन तेंदुलकर ने 91 रन बनाए और सबसे लंबे समय तक क्रीज़ पर रहे. उन्होंने इस सात चौके लगाए. वे अपने शतक की ओर बढ़ ही रहे थे कि 91 पर उन्हें 40वें ओवर में क्लार्क की गेंद पर पॉंटिंग ने कैच किया. जब भारत ने अपना चौथा विकेट खोया तब भारत की टीम का स्कोर था 205 रन. रोहित शर्मा इस बार कोई चमत्कार नहीं दिखा पाए और क्लार्क का ही शिकार बने जब उन्होंने मात्र दो रन बनाए थे. इस तरह भारत का पाँचवाँ विकेट 209 रन पर गिरा. इसके बाद पठान के रूप में छठा विकेट गिरा 237 रनों के स्कोर पर और फिर जल्द ही धोनी का सातवाँ विकेट गिरा जब स्कोर था 240 रन. पठान ने 12 रन बनाए और ब्रेकन की गेंद पर बोल्ड आउट हुए जबकि कप्तान धोनी को ब्रेकन की गेंद पर क्लार्क ने कैच आउट गिया जब उन्होंने 36 रन बनाए थे. इसके बाद हरभजन सिंह भी कोई जोहर नहीं दिखा पाए और ली की गेंद पर तीन रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हुए. उनके रूप में भारत का आठवाँ विकेट गिरा जब टीम का स्कोर था 249 रन. प्रवीण कुमार भी मात्र सात रन ही बना पाए और ब्रेकन की गेंद पर उनका कैच पॉंटिंग ने लपका जब भारत का स्कोर था 255 रन. श्रीसंत एक रन बनाकर और चावला छह रन बनाकर नॉट आउट रहे. |
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