सभी डायरेक्ट टू होम सेवाओं के विज्ञापन इतने लुभावने हैं कि इनसे उपभोक्ता की यह उलझन दूर नहीं हो पाती कि आखिर कौन-सा डीटीएच कनेक्शन लेना ज्यादा किफायती और फायदेमंद रहेगा। आइए हम नजर डालते हैं देश की प्रमुख डीटीएच सेवाओं के पैकेजेज प्लान पर। इनमें दी गई जानकारी के आधार पर आप जरूर अपनी जरूरत के मुताबिक सही और समझदारी भरा फैसला कर पाएंगे।
बाजार में कुछ नए उम्मीदवारों के प्रवेश के साथ, पहले से अच्छी रेल-पेल वाले डाइरेक्ट टू होम (डीटीएच) स्पेस में भागीदारी के लिए अब जरूरत से ज्यादा प्रतियोगी हो गए हैं, जैसे डिश टीवी, टाटास्काई, बिग टीवी, एयरटेल डिजिटल, सन डाइरेक्ट और वीडियोकोन डी2एच। प्रतियोगिता की यह जंग दिनोंदिन उग्र हो रही है। डीटीएच सेवा उपलब्ध कराने वालों में से किसी के विषय में भी राय बनाते समय कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। पिक्चर की गुणवत्ता, विपरीत मौसम में प्रसारण, पैकेज की अनुरूपता, कीमत के अलावा वैल्यू ऐडेड सर्विस आदि पैरामीटर्स चुनाव करते समस्य अवश्य ध्यान दिए जाने चाहिए।
पिक्चर क्वालिटी
जिसकी पिक्चर क्वालिटी अच्छी होगी, वह डीटीएच सेवा भी उतनी अच्छी कहलाएगी। कुछ सेवाप्रदाताओं द्वारा एमपीईजी4 पिक्चर क्वालिटी उपलब्ध कराई जाती है, जबकि कुछ डीवीडी क्वालिटी डिजिटल ट्रांसमिशन प्रदान करते हैं। नया स्टैंडर्ड एमपीईजी4 के साथ डीवीबी-एस-2 है, जिसे डिजिटल वीडियो ब्रॉडकास्टिंग-दूसरी पीढ़ी से जोड़ा जाता है। यह मानक उसी समय विकसित हुआ जिस समय एच.264 वीडियो कोडेक विकसित हुआ। इस मानक में हाई-डेफिनेशन (एचडी) क्वालिटी का प्रावधान है। इंटरनेट के साथ जुड़कर इसकी सेवाओं का दायरा और अधिक व्यापक हो जाता है। केवल, बाहर भेजे जाने वाले डाटा को दूसरे प्रसारण तरीकों से भेजने की जरूरत होती है।
पैकेज
डिजिटल क्वालिटी और वैल्यू एडेड सर्विसेज के आधार पर चैनलों के गठन की विधि को भी देखा जाना जरूरी है। प्रत्येक सुविधादाता के आधारभूत पैकेज में फ्री-टू-एअर चैनल की अधिकता होती है और उसमें कुछ अन्य चैनल डाल दिए जाते हैं। पैकेजिंग के वर्गीकरण का पहला स्तर दो बड़े स्तर पर होता है, दक्षिण आधारित पैकेज और दूसरा शेष भारत के लिए। एक अच्छे व्यापक पैकेज के लिए 350 रुपये का विकल्प बढ़िया होगा जिसके तहत यदि प्रति चैनल कीमत की बात की जाए तो पैसे की पूरी कीमत वसूली जा सकती है। इसके जरिए कुछ पे-पर-व्यू फिल्में और सक्रिय सेवाओं तक भी आपकी पहुंच बनेगी। इसके अलावा डीटीएच प्रोवाइडर्स द्वारा प्रवेश के लिए आकर्षक सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिसमें स्थापित करने और हार्डवेयर का खर्च शामिल है।
मूवी ऑन डिमांड
डीटीएच सेवा प्रदाता ऐसे चैनल उपलब्ध कराते हैं, जहां पे-पर-व्यू फिल्में निर्धारित शुरुआती समय में दिखाई जाती हैं। यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि कितने चैनल्स डिमांड पर फिल्म दिखा रहे हैं, इससे कहीं अधिक जरूरी यह है कि वह किस तरह की फिल्में दिखाते हैं। कुछ सेवा प्रदाता सामयिक कंटेंट देते हैं, तो कुछ पर पुरानी फिल्में दिखाई जाती हैं।
इंटरेक्टिव सर्विस
सन डाइरेक्ट को छोड़कर अधिकतर सेवाप्रदाता इंटरेक्टिव सर्विसेज उपलब्ध कराते हैं, जिसमें आप सेवाओं से संपर्क कर सकते हैं। उदाहरण के लिए कुकिंग शो देखते समय आपके पास पॉप-अप होता है, जिसके अनुसार किसी खास बटन को दबाकर आप उस रेसिपी विशेष को देख सकते हैं अथवा किसी क्विज चैनल को देख सकते हैं।
विजट आधारित डाटा
कुछ डीटीएच सेवाप्रदाता जैसे डिश टीवी मैट्रिमोनियल अथवा जॉब साइट्स आदि ऑनलाइन स्रोतों का कंटेंट उपलब्ध कराते हैं। इसके अलावा एयरटेल, आपको विजट स्थापित करने की सुविधा देता है, जो आपको मौसम, स्टॉक अपडेट, ब्रेक्रिंग न्यूज, स्पॉर्ट्स आदि जानकारी व खबरें एक बटन दबाने मात्र से उपलब्ध कराता है, इसके लिए आपको मुख्य स्क्रीन से दूर हटने की जरूरत भी नहीं होगी।
यूजर इंटरफेस
आपको प्रोग्रामिंग के सागर में दिशा दिखाने वाली इलेक्ट्रॉनिक प्रोग्रामिंग गाइड (ईपीजी) का स्वरूप भी जरूरी होता है। उदाहरण के लिए बिग टीवी गाइड में चैनल को एल्फाबेट के अनुसार अथवा नंबर के रूप में व्यवस्थित किया जाता है। वीडियोकॉन इंटरफेस को बहुभाषा में देता है साथ ही आपके पास कुछ सीमा तक ऑन स्क्रीन को कस्टमाइज्ड करने का विकल्प होता है। एक अच्छा इंटरफेस, आपको एडवांस में ही कम से कम सात दिन पहले आने वाले प्रोग्राम्स के बारे में जानकारी उपलब्ध कराता है। वर्तमान में क्या चल रहा है और कई अन्य सुविधाएं भी इसमें शामिल होती हैं।
पीछे नहीं केबल वाले भी
डीटीएच सेवाओं के बढ़ते कदम केबल वालों के लिए खतरा हो सकते हैं, इस आशंका को भांपते हुए केबल ऑपरेटर भी चौकस हैं और वे सस्ती और उम्दा सेवाएं देने के लिए कमर कसे हुए नज़र भी आ रहे हैं। इस बाबत उनके चौकन्नेपन का फायदा भी बेशक टीवी दर्शकों को ही हो रहा है। ज्यादातर इलाकों में 100 से 200 रुपए तक में वे 80 से 100 तक लोकप्रिय चैनल दिखा रहे हैं। लोकप्रियता के मामले में वे अभी विजयी मुद्रा में नजर आ रहे हैं, खासकर मध्यम आयवर्ग और निम्नआय वर्ग वाले रिहायशी इलाकों में।
जीत की खास वजह
आज 100 से भी ज्यादा चैनल तो ऐसे हैं जो फ्री टू एयर केबल वालों को उपलब्ध हैं। ऐसे उपकरण-साधन भी हैं जिनके जरिए वे मनचाहे चैनल अपने दर्शकों को दिखा सकते हैं। इसके अलावा उनकी जीत का सबसे कारण है नई-नई फिल्में रिलीज के दूसरे दिन ही दिखा देना। यह पाइरेटेड फिल्में डीटीएच वाले न तो दिखा सकते हैं न ही इस मोर्चे पर उनसे मुकाबला कर सकते हैं। एक जीत यह भी है वे सारे कनेक्शन मनोरंजन कर वालों को भी जाहिर नहीं करते।
सेट टॉप बॉक्स वाले ग्राहक
केबल वालों के पास आज डिजिटल क्वालिटी में चैनलों को दिखाने का भी इंतजाम सेट टॉप बॉक्स के रूप में है। इसके जरिए वे किसी भी डीटीएच सेवा के मुकाबले के चैनल अपने दर्शकों को दिखा रहे हैं और वो भी उनसे कम दामों पर। इस सेवा में भी सिटी केबल, विन केबल और डिजी केबल जैसे बड़े खिलाड़ी अच्छा मोर्चा लेते हुए सेट टॉप बॉक्स के साथ कहीं बेहतर और किफायती सेवा अपने ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे हैं।
क्या है कैम
दरअसल, कैम एक छोटा सा गैजेट होता है जिसे आप अपने सेट टॉप बॉक्स में लगा सकते हैं। यह ग्राहक को बिना नया सेट टॉप बॉक्स खरीदे दूसरे सेवा प्रदाता के साथ जुड़ने की सुविधा देता है। फिलहाल तो डीटीटीएच सेवा देने वाली कंपनियां सेट टॉप बॉक्स की कीमतों में आकर्षक छूट देने की होड़ में लगी हैं। डिश टीवी के आकाओं की मंशा इस नई सुविधा को देने के बहाने दूसरे ऑपरेटरों के बने-बनाए ग्राहकों को डिश टीवी से जुड़ने का मौका देने की है। अभी तक डिश टीवी वाले सबसे ज्यादा चैनल दिखाने के मामले में औरों से आगे हैं और उसकी मनोरंजक चैनल दिखाने के इंटरेक्टिव चैनल दिखाने की मुहिम भी औरों से आगे चल रही है। हालांकि टाटा स्काई भी उसकी हर नई स्कीम को देखते हुए अपनी ऑफर को मुकाबलेदार बनाने में पीछे नहीं रहता।
कैम के दाम का सवाल
उसकी कैम के जरिए ज्यादा ग्राहक जोड़ने की पूरी योजना की कामयाबी इस पर निर्भर करेगी कि वह इसकी कीमत कितनी रखता है। इस बारे में ट्राई का नियम यह है कि हर ऑपरेटर के सेट टॉप बॉक्स में कैम लगाने की जगह मौजूद और खाली होनी चाहिए ताकि उपभोक्ता अपनी पसंद और जरूरत के अनुसार कैम को फिट कर सके। यदि सेट टॉप बॉक्स के मुकाबले कैम की कीमत कम नहीं होगी तो इस योजना को लाने की कवायद करना फायदेमंद नहीं रहेगा क्योंकि ग्राहक शिफ्टिंग के लिए सेट टॉप बॉक्स जितनी ही रकम खर्च करनी पड़े तो नया सेट टॉप बॉक्स खरीदना बेहतर समझेगा।
डिश टीवी लाएगा कैम
एक तरफ जहां डीटीएच सेवाओं में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को लुभाने के लिए स्पर्धात्मक सुविधाएं प्रदान करने की होड़ चल रही है, वहीं डिश टीवी ने दूसरे डीटीएच ऑपरेटर के ग्राहकों पर अपनी पकड़ बनाने के लिए कैम (कंडीशनल एक्सेस माडय़ूल) लांच करने की योजना बनाई है। इसमें यह व्यवस्था होगी कि किसी दूसरे ऑपरेटर का सेट टॉप बाक्स रखने वाले भी डिश के टीवी चैनलों का फीड हासिल कर सकेंगे।
दूरदर्शन की डीटीएच सेवा
उधर यह भी गौरतलब है कि दूरदर्शन की डायरेक्ट टू होम सेवा भी अब अपने चैनलों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। यह देश की पहली और सबसे बड़ी फ्री टू एयर डीटीएच सेवा है। इसके दर्शकों को आजकल 59 चैनल मुफ्त में देखने का मौका तो मिल ही रहा है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि शीघ्र ही इसके चैनलों की तादाद भी इतनी हो जाएगी कि पे चैनलों को अपनी लोकप्रियता बनाए रखने के लिए इस प्लेटफार्म पर भी मौजूदगी बनाए रखने पर विचार करना पड़ सकता है।