आप यहां हैं : होम » दुनिया से »

सीरिया : उप प्रधानमंत्री ने माना, देश में गतिरोध की नौबत

 
email
email
सीरिया : उप प्रधानमंत्री ने माना, देश में गतिरोध की नौबत
दमिश्क /वाशिंगटन: सीरिया के उप प्रधानमंत्री कादरी जमी का कहना है कि गृहयुद्ध में न तो सरकारी सेना और न ही विद्रोही जीतने की स्थिति में हैं। युद्ध के कारण सीरिया की अर्थव्यवस्था को करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। उन्होंने माना कि देश में गतिरोध की नौबत आ गई है।

अल जजीरा के अनुसार, ब्रिटिश अखबार गार्जियन को जमी ने बताया कि यदि विश्व की शक्तियों द्वारा जेनेवा में बुलाई गई शांति वार्ता होती है तो राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार सशस्त्र विद्रोहियों के साथ युद्धविराम का प्रस्ताव रखेगी।  

उधर, अमेरिका चाहता है कि सीरिया के रासायनिक हथियार कार्यक्रम पर कार्रवाई करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तैयारी करे, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के पर्याप्त सबूत जुटाए हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, विदेश मंत्री जॉन केरी ने एक बयान में कहा कि सुरक्षा परिषद को सीरिया के खिलाफ बाध्यकारी प्रस्ताव लाने की तैयार करनी होगी। उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित कराने के क्रम में हर किसी की मदद की जरूरत है कि सुरक्षा परिषद अपने स्थापित मूल्यों को जिंदा रख सके, और एक बाध्यकारी प्रस्ताव पारित हो जिसमें लक्ष्य को तेजी से प्राप्त करने की संभावित सख्त से सख्त प्रक्रिया निहित हो।"

केरी ने कहा, "रूस और अमेरिका के बीच जेनेवा में हुए समझौते में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यह अवश्य लागू होगा, यह यथासंभव जल्द से जल्द साकार रूप में होगा।" उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों ने यह स्पष्ट किया है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार 21 अगस्त के रासायनिक हमले के लिए जिम्मेदार है, जिससे वह इनकार करती है।

विदेश मंत्री ने कहा, "सुरक्षा परिषद को अगले सप्ताह कार्रवाई करने के लिए तैयार होना होगा। विश्व को सीरिया के रासायनिक हमले से बचाने के लिए प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के महत्व पर मजबूती से बोलना और उसका साथ देना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए अत्यावश्यक है।"

केरी का बयान ऐसे समय में आया है, जब इसके पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि रूस के पास इस बात के पर्याप्त सबूत मौजूद हैं कि सीरियाई विपक्ष ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप के लिए उकसाने हेतु रासायनिक हमले की खबर का इस्तेमाल किया है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि सीरिया में विद्रोही पक्ष को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मध्यस्थता से संकट से बाहर निकलने के लिए एक शांतिपूर्ण रास्ता निकालना चाहिए।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पुतिन ने रूस और विश्व में उसकी भूमिका पर चर्चा करने वाले एक मंच वाल्दी इंटरनेशनल क्लब में कहा, "इससे कोई मतलब नहीं कि यह कितना कठित है, हमें संपर्क सूत्र खोजने होंगे, उनको समझौते तक पहुंचना होगा और हितों में संतुलन साधना होगा।"

पुतिन ने कहा कि इससे सीरिया की स्थिति स्थिर होगी और कुछ समय बाद संभवत: उसमें सुधार भी होगा।

चीन ने कहा है कि सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के मसले पर वह संयुक्त राष्ट्र में रचनात्मक भूमिका निभाएगा।

सिन्हुआ के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को संकल्प लिया है कि चीन सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर पैदा हुए संकट के समाधान में मदद के लिए सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाएगा।

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से बातचीत के बाद संवाददाताओं से वांग ने कहा कि उनके पास सीरिया मसले पर साझा करने के लिए गहरा दृष्टिकोण है। उन्होंने यह उम्मीद भी जाहिर की कि ऑर्गनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वीपन (ओपीसीडब्ल्यू) की जारी बैठक में सीरिया में रासायनिक हथियारों के भंडार को प्रमाणित करने और उसे नष्ट करने की प्रक्रिया के समझौते तक पहुंचा जाएगा।

वांग ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को राजनीतिक रूप से इस समझौते को स्वीकृति और समर्थन देना चाहिए। इसे विभाजित करने की जगह जोड़ना चाहिए और एक आवाज में बोलना चाहिए। चीन सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाने की इच्छा रखता है।"

केरी के साथ बैठक के दौरान बातचीत की शुरुआत करते हुए वांग ने कहा कि चीन, सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने पर अमेरिका और रूस के बीच हुए समझौते का स्वागत करता है।

इस बीच केरी ने कहा कि सीरिया संकट के राजनीतिक समाधान पर चीन के समर्थन का अमेरिका स्वागत करता है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे...



Advertisement

 
 

Advertisement