स्वामी विवेकानंद के महत्वपूर्ण विचार (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi) 

स्वामी विवेकानंद एक महान संत ही नहीं थे बल्कि नवयुग के लिए एक दीप्तमान ज्ञानस्तम्भ भी है. स्वामी विवेकानंद के द्वारा कही गई बातें मानवता के लिए प्रेरणा है. हिन्दुस्तान में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में स्वामी विवेकानंद द्वारा बताई गई बातो को  लोग अपने जीवन में उतारने  का प्रयास करते है. पूरी दुनिया में ख्याति- प्राप्त महान संत स्वामी विवेकानंद जी  के ज्ञान कोष  की कुछ महत्वपूर्ण सूक्तियों का आज हम इस लेख में उल्लेख करेंगे.

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • ब्रह्माण्ड कि सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमीं हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है. 

अर्थात- इस दुनिया की बनावट ही इस तरह है कि एक सामान्य मानव की लगभग सारी जरूरते पूरी हो सकती है. मगर इन जरूरतों को पूरा करने के लिए पुरुषार्थ मतलब मेहनत या कर्म करने की जरुरत होती है. हम अपने आलस्य की वजह से कर्म नहीं करते या उस लेवल की मेहनत नहीं करते, जितनी कि मंजिल प्राप्ति के लिए जरुरी होती है. अगर करते भी तो सही तरीके से नहीं करते इसलिए हम सामान्य मानव मंजिल प्राप्ति से चूक जाते है. फिर अपने आस पास की चीजों को दोष देने लग जाते है.  अतः स्वामी विवेकानद जी का ये कथन सही है. हमे खुद के विकास में सही रस्ते पर और ज्यादा से ज्यादा मेहनत करने की जरुरत है. कुदरत ने हमे असीम क्षमतायें दी है हमे इन क्षमताओं को पहचान कर अपनी आखो से पट्टी खोलने की जरुरत है.

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • जैसा तुम सोचते हो वैसे ही बन जाओगे, खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे. 

अर्थात- हमारे विचार और सोचने के तरीके से ही हमारा भविष्य तय होता है. स्वामी विवेकानंद जी कहना चाहते है कि अगर हम खुद को बेहतर मानते है तो हम बेहतर काम करने का प्रयास करेंगे और हम बेहतर ही होते चले जायेंगे. जो इंसान ऊँचा सोच नहीं  सकता वो सही मायने में ऊँचा नहीं बन सकता.

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो. 

अर्थात- किसी भी समस्या के सम्बन्ध में चिंता से बचना और चिंतन करना ही समस्या के समाधान कि तरफ जाना है. चिंता करने से मानव कमजोर होता चला जाता है.  शारीरिक, मानसिक और चारित्रिक ताकत कम होने लगती है. जबकि चिंतन व्यक्ति को नए रास्तों पर ले जाता है. चिंतन के सहारे कई बार इंसान किसी समस्या का सबसे  अलग, नया एवं ज्यादा बेहतर समाधान निकाल सकता है.  अतः स्वामी विवेकानंद जी का कथन कि चिंतन से ही नए विचारों का जनम होता है पूर्णतः सत्य है.

swami vivekananda quotes in hindi

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • उठो जागो और जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये तब तक मत रुको.

अर्थात-  किसी नैतिक लक्ष्य को तय करने के बाद, उस रस्ते पर डटे रहना बहुत जरुरी है. स्वामी विवेकानंद जी ने अनेक जगह कहा है कि  अगर आपका लक्ष्य एवं  विचार नेक है तो पूरी कायनात आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में मदद करती है. डटे रहने के लिए  जरुरी है कि हमे खुद पर और अपने कर्मो कि ताकत पर भरोसा हो. विश्वास रखें कि लक्ष्य प्राप्ति होगी. कर्म करते रहे चाहे जो भी रुकावट आये, कर्म से विरत न हों तो एक दिन वह शुभ दिन आएगा जब हम अपनी मंजिल पर होंगे.

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता. 

अर्थात- समान्य तौर पर हम सांसारिकता से दूर रहने का मतलब सांसारिक चीजों से दूरी बना लेना समझते है.  भौतिक वस्तुओं से दूरी बना के रखने से या भौतिकता से खुद को दूर रखने से इंसान व्याकुल होने से नहीं बच सकता. हमें ये समझना होगा कि ये वस्तुए या सांसारिकता एक साधन है.  साधन से तात्पर्य जीवन की असल मंजिल तक पहुंचने के लिए मदद करने वाली वस्तु या सम्बन्ध से है. मंजिल का मतलब जीवन को सच्ची ख़ुशी से जीना हो सकता है. नैतिक और चारित्रिक उत्थान ही आत्मिक उत्थान की तरफ ले जाता है. आत्मिक उत्थान के बाद इंसान जीवन की असल मंजिल के बारे में जान पाता है. यधपि यह एक कठिन रास्ता है लेकिन जीवन वास्तविक मंजिल पर पहुंचने या उस रस्ते पर होने पर भी मानव सांसारिक वस्तुओं और संबंधों के प्रति सकारात्मक उदासीन हो जाता है, और यह पूरी तरह प्राक्रतिक भी है.

swami Vivekananda quotes in hindi

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारों ठोकरें खाने के बाद ही होता है.

अर्थात- अच्छे चरित्र निर्माण के लिए, नैतिक और संघर्षमय जीवन जीना बहुत जरुरी है. यधपि सामान्य जीवन में भी  आगे बढ़ने का कोई शॉर्टकट नहीं होता.  मगर चारित्रिक जीवन जीना, उसमे भी महान चारित्रिक जीवन का निर्माण बिना संघर्ष के संभव नहीं है. नैतिक और संघर्ष-पूर्ण जीवन में अनेकों परेशानिया आती है. अनेकों ठोकरों और इम्तेहानों का सामना करना पड़ता है. नैतिक जीवन को आगे ले जाते हुवे आपके धैर्य और चरित्र की अनेको बार परीछा होती है.  हालाँकि फिर वही नियम कि अगर आपका लक्ष्य एवं  विचार नेक है तो पूरी कायनात आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में मदद करती है यहाँ भी लागू होता है. अतः डटे रहें और विश्वास रखें.

(Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

  • ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है. 

अर्थात- ज्ञान का उजाला ही जीवन को हमेसा दीप्तिमान रख सकता है. सामान्य तौर पर देखे तो, हमारे जीवन में काम आने वाली चीजों कि जानकारी हमें मजबूत करती है. बेहतर और स्वाबलंबी जीवन जीने के लिए दुनियावी ज्ञान और समझ बहुत जरुरी है. मगर यहाँ ज्ञान का तात्पर्य सही मायनो में जीवन को समझ लेने से है. नैतिक चरित्र और कठिन परिश्रम से जो ज्ञान प्राप्त होता है वही ज्ञान वास्तविक ज्ञान होता है. और यही वास्तविक ज्ञान है जो कि सभी आधेरों को ख़त्म कर सकता है.

स्वामी विवेकानंद जी का जीवन चरित अपने आप में एक जीवन दर्शन है.

“Biography Of Swami Vivekananda Is Itself A Way of Life.”

SWAMI VIVEKANANDA QUOTES IN HINDI

36 thoughts on “स्वामी विवेकानंद के महत्वपूर्ण विचार (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)”

  1. ध्यानवाद…ये बेहतरीन हैं…..बहुत आसान तरीके से समझाया गया.

  2. स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति के एक दूत है जिन्होंने विश्व मे भारतीय संस्कृति के झंडे गाड़ दिए और सनातन धर्म को विश्व मे विशेष स्थान दिलाया

    1. सही है राहुल जी, स्वामी जी भारतीय संस्कृति के दूत थे….दुनिया भर को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है.
      आपका ध्यानवाद

  3. आपका बहुत बहुत धन्यवाद….. आपने बहुत ही सुन्दर और सहजता से स्वामी विवेकानंद के प्रेरक उद्धरण से रूबरू कराया….. स्वामी विवेकानंद एक महान व्यक्ति थे जो आज हमारे जीवन के आदर्श स्वरूप हैं…..

  4. “उठो, जागो और तब तक रुको नहीं जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाये,।।”मै,स्वामी जी,के विचारो से अत्यधिक प्रेरित हूँ। स्वामी जी के विचारों ने मेरे जीवन को जागृत कर दिया….

    1. मुकेश जी आप लोगों की प्रतिक्रियाओं का हमेशा इंतजार रहता है….हार्दिक धन्यवाद.

  5. स्वामी विवेकानंद एक व्यक्ति नही बल्कि एक विचार थे । आज उनकी भक्ति भाव करने के बजाय उनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है । समाज विकास के क्रम में अपना योगदान जरूरी है।

    1. “आज उनकी भक्ति भाव करने के बजाय उनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है..
      एकदम सही कहा गोपाल जी आपने”..आदर्शो पर चलकर ही चारित्रिक, मानसिक, आत्मिक विकास संभव है. सर्व-मानव का सर्वांगीण विकास ही वास्तव में समाज का विकास है….
      बौद्धिक तर्कों का हिन्दीवाल में सदैव स्वागत है.
      ….हार्दिक धन्यवाद

  6. ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है।

  7. इन विचारो से मै
    अपने देश की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *