फ़ुरसतिया

अनूप शुक्ला: पैदाइश तथा शुरुआती पढ़ाई-लिखाई, कभी भारत का मैनचेस्टर कहलाने वाले शहर कानपुर में। यह ताज्जुब की बात लगती है कि मैनचेस्टर कुली, कबाड़ियों,धूल-धक्कड़ के शहर में कैसे बदल गया। अभियांत्रिकी(मेकेनिकल) इलाहाबाद से करने के बाद उच्च शिक्षा बनारस से। इलाहाबाद में पढ़ते हुये सन १९८३में ‘जिज्ञासु यायावर ‘ के रूप में साइकिल से भारत भ्रमण। संप्रति भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत लघु शस्त्र निर्माणी ,कानपुर में अधिकारी। लिखने का कारण यह भ्रम कि लोगों के पास हमारा लिखा पढ़ने की फुरसत है। जिंदगी में ‘झाड़े रहो कलट्टरगंज’ का कनपुरिया मोटो लेखन में ‘हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै‘ कैसे धंस गया, हर पोस्ट में इसकी जांच चल रही है।

27 responses to “बाल दिवस पर ज्ञान दिवस”

  1. - लावण्या

    अनूप सुकुलजी आप ने बतलाया – Good !
    १४ नवम्बर जन्म दिन है ! अरे वाह !!
    ज्ञान भाई साहब को
    शतम्` जीवेन शरद: और मेनी हैप्पी रीटर्न्ज़ ओफ ध डे –
    रीता भाभीजी और परिवार के सँग खूब आनँद मनायेँ
    सभीको अभिवादन ~~
    – लावण्या

  2. संगीता पुरी

    ज्ञानजी को जनमदिन मुबारक हो।

  3. पमेन्‍द्र प्रताप सिंह

    जब तक कोई ज्ञान जी से मिल न ले तब तक उसे ज्ञान जी से बैर हो सकता है किन्तु ज्ञान जी से मिलने के बाद उसकी शंका और समाधान दोनो हो जाता है। मुझे भी ज्ञान जी से पिछले दो सालों में दो बार मिलने का अवसर मिला है, उनके पास बैठने से लगता है कि उनके नाम स्‍वरूप ज्ञानगंगा अपने आप ही प्रवाहित होने लगती है। उनसे दो बार मिलने पर दोनो बार मिलने पर पता नही क्‍यो व्‍यक्ति आकर्षित हुये रह नही पाता है, इसे ही सतसंगति का असर करते है। ज्ञान जी के बारे में यहॉं बहुत कुछ लिखा जा सकता है किन्तु लिखना मेरे लेखनी के बाहर है। ज्ञान जी को उनके जन्‍मदिवस पर बहुत बहुत बधाई, मै कामना करता हूँ कि वे हमें हमेंशा एक अच्‍छे आदर्श की भातिं मार्गदर्शन देते रहे।

    आज इतनी निकट आये और चले गये, दुख हुआ किन्‍तु कोई बात नही आपके पास समयाभाव रहा होगा। पर अगली बार हम आपको ऐसे नही जाने देगे, इस बार न मिलने की सजा अगली बार सूद सहित बसूलेगे। खैर आपसे भी मिलने और बात करने में बहुत अच्‍छा लगता है, आज भी आपकी मीठी और सुमधुर आवाज मेरे कानों में गूँज उठती है। मेरे विचार से इसे ही लगाव या प्रेम कहते होगे।

    कानपुर तो मेरी जन्‍मस्‍थली है तो इस शहर से लगाव होना भी विशेष है, अन्मिबार तब गया था जब आपसे मिला था, जब भी आउँगा तो आपसे जरूर मिलूँगा, यदि उस दिन आपकी दैन्दिनी की तिथि मेरे लिये आरक्षित होगी।

    मै तो नेहरू जंयती नही मानने वाला हॉं ज्ञान दिवस तो जरूर मनायेगे। पुन: ज्ञानजी को जन्‍मदिन की बहुत बहुत बधाई ।

    शेष कुशल
    आप द्वअग्रजो का स्‍नेहाकांक्षी

  4. दिनेशराय द्विवेदी

    सब को ज्ञान जी का जन्मदिन मुबारक हो। छवियाँ अच्छी हैं। आप ने सारी छवियां साइड की लाइट में ले ली जरा रोशनी सामने होती तो?

  5. parul

    Gyaan ji ko janamdin ki bahut shubkaamnayen

  6. Tarun

    ज्ञानजी को जन्मदिन कि बधाई, नही छापेंगे करते करते इत्ता कुछ

  7. ताऊ रामपुरिया

    आ.ज्ञानजी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं ! और इस सुचना के लिए आपका आभार !

  8. kanchan

    gyan ji ko janmadivas ki shubh kamanae.n

  9. कुश

    जन्म दिवस की सह्श्त्रो शुभकामनाए…

  10. Shiv Kumar Mishra

    तारीफ़ आदमी को सही में कहीं का नहीं छोड़ती. लेकिन हमें तो चिट्ठाचर्चा में ले जाकर छोड़ दिया. थोड़ी तारीफ और हो तो वहां से निकल कर कहीं और जम जाएँ.

    भैया को जन्मदिन की बधाई.

    प्रमेन्द्र जी ने ये नहीं बताया कि वे जब तक ज्ञान जी से नहीं मिले थे उन्हें ज्ञान जी के साथ बैर था या नहीं.

  11. seema gupta

    ” very nice artical to read, many happy returns of the day to Mr. Ghyan jee..”

    Regards

  12. Abhishek Ojha

    ज्ञानजी को जन्मदिन की बधाई. आप किस्मत वाले हैं सब से मिले आते हैं, हमें फोकट में जलन हो रही है.

  13. दीपक

    ज्ञान जी को जन्म्दिन की हार्दिक बधाई !!

  14. समीर लाल

    ज्ञान जी को जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

    आपके मिलन की रिपोर्ट पढ़कर आनन्द आया.

  15. डा. अमर कुमार

    अब ज्ञान जी के दुआरे ही बधावा गा आऊँ,
    तौ ज़ादा नीक रही,
    वइसे आप उनका जन्मदिन मनवा दिहौ, आजै..
    हम तो भाई अवतरण-दिवस मनावेंगे, हमको बरहा पकड़ावे वाले यही महाशय हैं ।
    शिवभाई आपके टिप्पणी बक्से की ओट से भैया को बधाई दे रहें हैं, सब ख़ैरियत तो ?
    हम शीघ्र ही शोधोन्मुख होने वाले हैं, कि..
    इस अज्ञानी विश्व में आकर, उन्होंने लड़कई में ऎसा कौन गुल खिलाया कि ज्ञान जी हुई गये !

  16. Dr.Anurag

    सर जी को जन्म दिन की बधाई !

  17. जि‍तेन्‍द्र भगत

    ज्ञानजी को मेरी तरफ से जन्‍मदि‍न की ढेरों शुभकामनाऍ, बाकी फोटो वाली बात ध्‍यान देने वाली ल्रग रही है:)

  18. ज्ञानदत्त पाण्डेय

    स्नेह से मैं स्निग्ध हो रहा हूं। बहुत बहुत धन्यवाद आप सबको और अनूप जी को!

  19. anupam agrawal

    देर से ही सही लेकिन १४ तारीख में ही ज़न्मदिन की बधाई दे रहा हूँ .
    फोटो कुछ कम रोशनी में खींचे हुए लगे ,
    और साथ में जहाँ गए थे वहां बेगानी शादी के हाल भी रचना में डाल देते तो अच्छा होता .

  20. राज भाटिया

    ज्ञानजी को दोवारा मेरी तरफ़ जन्म दिन की बधाई, मजा आ गया आप क लेख पढ कर लोगों ने जमीनों पर कब्जे कर लिये हैं, अब आसमान की बारी है। भाई अपना नही आप की इस कलम मै क्या जादू है,पढते पढते पता ही नही चला की कब लेख खत्म हो गया,बहुत ही सुंदर.
    धन्यवाद

  21. ajaykumarjha

    are sir jee, aap to nehru jee ke birthdate share holder nikle, chaliye achha hai ab main apne bachchon ko keh saktaa hoon ki ek aur chacha jee kaa birth day baal diwas ke dil hota hai. maja aa gaya. naya gyan mila.

  22. Sanjeet Tripathi

    हमारी भी देर बधाई उन्हें।
    मुआफी, चुनावी चकल्लस के चलते भेजे मे सब गोलमाल है इन दिनों।

  23. varun jaiswal

    नमस्कार फुरसटिया जी , आपकी रचनाएँ विशुद्ध मनोरंजक होती है |
    एक बार फिर से इस व्यंग्यात्मक संस्मरण को पढ़कर मज़े आ गये |
    कभी फ़ुर्सत से फ़ुर्सत मिले तो हमारे ब्लॉग पर भी आइए |
    विचार जो भी हो शिरोधार्य होंगे |
    लिंक है ……………………………..
    http://varun-jaiswal.blogspot.com
    धन्यवाद

  24. कविता वाचक्नवी

    मेरे जैसा लेटलतीफ़ तो कभी कभार ही टकराता है, फिर भी उसकी सॊरी कहने से पहले ज्ञानजी को जन्मदिवस की अनन्त मंगलकामनाएँ व वे अपने परिवार के साथ इसी प्रकार अगले सौ साल तक हँसते मुस्काते रहें।

    आप को भी धन्यवाद ऐसे आत्मीय परिचय का।

  25. ranjana

    ज्ञानजी को उनका जनमदिन मुबारक हो। वे स्वस्थ रहें, मस्त रहें। प्रसन्न रहे, टिचन्न रहें। अपने कैमरे का उपयोग करके भाभी जी की अच्छी, नेचुरल फोटो खींचने में करें।

    हम आपके साथ हैं ,इस क्षमाप्रार्थना के साथ की विलंब से शुभकामना दे रहे हैं.

  26. प्रवीण त्रिवेदी ╬ PRAVEEN TRIVEDI

    पुन: ज्ञानजी को जन्‍मदिन की बहुत बहुत बधाई!!!!!!!!!!!!!

  27. अनूप शुक्ल, दम्भ और अभिमान और मौज की लक्ष्मण रेखा

    [...] दोनों से मैंने जी भरकर मौज भी ली है। ज्ञानजी का तो पर्सोना तक बिगाड़के धर दिया। [...]

Leave a Reply

मेरी ताज़ा प्रविष्टी टिप्पणी में जोडें
Enable Google Transliteration.(To type in English, press Ctrl+g)