नई दिल्ली | Kamla Bhasin Death : देश की जानी-मानी कवियत्री और महिलाओं के लिए सदैव तत्पर रहने वाली सामाजिक कार्यकर्ता कमला भसीन का आज सुबह करीब 3 बजे निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार, भसीन कैंसर से पीड़ित थीं और उनका इलाज चल रहा था। सामाजिक कार्यकर्ता (Social Worker) कविता श्रीवास्तव ने उनके निधन की जानकारी दी है। जिसके बाद सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं में गम का माहौल है। बॉलीवुड अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। कमला भसीन राजस्थान की पूर्व पर्यटन मंत्री श्रीमती बीना काक की बहिन थीं।
ये भी पढ़ें :- उत्तराखंड सरकार ने Diwali से पहले खोला तोहफों का पिटारा, सरकारी कर्मचारियों-डॉक्टरों और टीचरों को दी बड़ी सौगात
कमला भसीन थी कवयित्री
कमला भसीन एक कवयित्री भी थी। उन्होंने नारीवाद और पितृसत्ता को समझाने के लिए कई किताबें लिखी हैं, जिनमें से कई का 30 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
महिला आंदोलन के लिए बड़ा झटका
सामाजिक कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर कमला भसीन के निधन की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा कि, हमारी प्रिय मित्र कमला भसीन का आज 25 सितंबर को निधन हो गया है। यह भारत और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में महिला आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका है। कमला आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी। एक बहन जो गहरे दुख में है।
Kamla Bhasin, our dear friend, passed away around 3am today 25th Sept. This is a big setback for the women’s movement in India and the South Asian region. She celebrated life whatever the adversity. Kamla you will always live in our hearts. In Sisterhood, which is in deep grief pic.twitter.com/aQA6QidVEl
— Kavita Srivastava (@kavisriv) September 25, 2021
महिला उत्थान के लिए समर्पित था पूरा जीवन
Kamla Bhasin Death : कमला भसीन एक समाज सुधारक थी। उन्होंने महिलाओं के उत्थान (Feminist icon) के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया। 1970 के दशक से भारत के साथ-साथ अन्य दक्षिण एशियाई देशों में उन्होंने महिला उत्थान के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 2002 में नारीवादी नेटवर्क ’संगत’ की स्थापना की, जो ग्रामीण और आदिवासी समुदायों की वंचित महिलाओं के साथ काम करती है।
ये भी पढ़ें :- भारत में रोजाना मिल रहे 30 हजार के करीब नए केस, 24 घंटे में गई 290 मरीजों की जान, महाराष्ट्र में खुलने जा रहे स्कूल-कॉलेज